प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय से लेकर संस्कृति मंत्रालय को ये नहीं मालूम कि हमारे देश का आधिकारिक नाम क्या है? इसके अलावा देश के एक से अधिक आधिकारिक नाम होने की भी किसी को जानकारी नहीं है। इस बारे में जानकारी इकट्ठा करने की जिम्मेदारी अब राष्ट्रीय अभिलेखागार को सौंपी गई है। दरअसल, एक महिला ने आरटीआई के जरिए इस बारे में जानकारी चाही थी। इससे केंद्र सरकार मुश्किल में फंस गई है क्योंकि देश के आधिकारिक नाम से जुड़ी कोई जानकारी उसके पास नहीं है।
लखनऊ की राजाजीपुरम निवासी उर्वशी शर्मा ने 22 अगस्त को प्रधानमंत्री कार्यालय के केन्द्रीय जन सूचना अधिकारी को आरटीआई के तहत पत्र भेजा। इसमें सरकारी कागजात के अनुसार देश के आधिकारिक नाम से जुड़ी जानकारी मांगी गई थी। उवर्शी चर्चित बाल आरटीआई कार्यकर्ता ऐश्वर्या पाराशर की मां हैं। उन्होंने आधिकारिक नाम की घोषणा की प्रक्रिया से जुड़े सारे कागजात और नोटिफिकेशन की प्रमाणित प्रतियां भी मांगी है।
पीएमओ ने पत्र को 31 अगस्त को गृह मंत्रालय को भेज दिया। गृह मंत्रालय ने इसे संस्कृति मंत्रालय भेजा और संस्कृति मंत्रालय ने 26 सितंबर को इसे राष्ट्रीय अभिलेखागार को भेजा है। अब राष्ट्रीय अभिलेखागार अपने पुराने कागजात, पत्रावलियों में इस सूचना को तलाश रहा है। ============================================================= for print pdf page please click the link below http://epaper.amarujala.com/pdf/2012/10/06/20121006a_016163.pdf |
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