शिक्षा के नाम पर 1416 लाख की बंदरबाट
On 4/29/2012 8:30:46 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अजा/अजजा के बच्चों को तकनीकी शिक्षा देने के नाम
पर करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया है। येश्वर्याज सेवा संस्थान की
सचिव उर्वशी शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार के अफसरों पर आरोप लगाया कि 1416
लाख रुपए की निर्गत धनराशि को दलित हितों की उपेक्षा कर बन्दरबांट
कियागया है।
स्थानीय जीबी पंत पॉलीटेक्निक के निरीक्षण में संस्था की लैब एवं वर्कशॉप
को आधुनिक रूप देने के लिए दिए गए 164 लाख रुपए में 6 वाटर कूलर,18 एसी
1.5 टन और 70 कम्प्यूटर खरीदे गए हैं।
वाटर कूलर जब से आए हैं, काम नहीं कर रहे हैं और ब्रांड और कंपनी का पता
नहीं है। संस्था में कम्प्यूटर ट्रेड नहीं है और 70 कम्प्यूटर खरीदे गए,
जबकि लैब के लिए कोई सामान नहीं खरीदा गया है। पैटर्न वर्कशाप में पांच
नई मशीनें खरीदी गई, लेकिन स्टालेशन अभी तक नहीं कराया गया है, साथ ही
संस्थान के समस्त भवनों की मरम्मत के लिए 13 करोड़ का धनराशि उपलब्ध कराई
गई थी, उसका भी समुचित उपयोग नहीं हुआ है।
2009 में प्राविधिक शिक्षा विभाग की उच्चस्तरीय तकनीकी समिति एवं संस्था
के तकनीकी कार्मिकों द्वारा संस्था की लैब,वर्कशॉप आदि के तकनीकी उन्नयन
हेतु नवीन उपकरण, मशीन, उपस्कर आदि क्रय कर पॉलीटेक्निक में स्थापित
कराने हेतु प्रस्ताव प्रेषित किया था। उप्र शासन ने प्रस्ताव का मदवार
अनुमोदन अस्वीकृति कर रुपए 1416 लाख की धनराशि दी थी।
No comments:
Post a Comment